
इस प्रकार चोरी हो गया था आइंस्टीन का दिमाग उनकी मौत के बाद !!
दोस्तों क्या आप जानते हैं 1955 में महान वैज्ञानिक आइंस्टीन की मृत्यु के बाद उनकी ऑटोप्सी करने वाले थॉमस हार्वे ने उनका दिमाग निकाल लिया था और वो भी आइंस्टीन की फॅमिली को बताये बिना। हालांकि कईं साल बाद दिमाग की इस चोरी के बारे में थॉमस ने बाद में आइंस्टीन के बेटे को बता दिया और रिसर्च के नाम पर वो दिमाग को डोनेट करने के लिए राज़ी भी हो गया। तब तक कभी इस सदी के सबसे जीनियस दिमाग को गिलास जार में रखा गया तो कभी बियर कूलर में। हार्वे ने आइंस्टीन के दिमाग की कईं गिलास स्लाइड्स बनवायी और दुनिया भर के रेसेअर्चेर्स को भेजी।
आइंस्टीन का दिमाग नार्मल नहीं था लेकिन इस रिसर्च से कुछ ज्यादा निकल कर आया नहीं क्यूंकि न्यूरोसाइंस उस समय इतनी एडवांस्ड नहीं थी जितनी आज है। बाद में आइंस्टीन के दिमाग की यह स्लाइड्स मटर म्यूजियम फ़िलेडैल्फ़िया को डोनेट कर दी गयी जो वाह आज भी रखी हुई हैं।