
ऐसा वायरस जिसने लोगों की “जान बचाई “थी।
दोस्तों क्या आप जानते हैं की सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान नाज़िओं से यहुदिओं को बचाने के लिए इटली के कुछ डॉक्टर्स ने कोरोना जैसी एक फ़र्ज़ी वायरस आधारित महामारी की अफवाह फैलाई थी। सिंड्रोम क नाम की इस तथाकथित बीमारी के मरीजों का इलाज रोम में फेटबिनफ्रेट्रेली अस्पताल के बंद दरवाजों के पीछे एक वार्ड में किया जाता था।
दरअसल 1953 में जब नाजी सेना रोम में यहुदिओं का कत्लेआम कर रही थी तब वहां के डॉक्टरों ने फेटबिनफ्रेट्रेली हॉस्पिटल के इस वार्ड में कईं यहुदिओं को यह कहकर छिपा दिया की उनमे एक नयी संक्रमण वाली बीमारी फ़ैल रही है जिस से कईं जाने भी जा रहीं हैं..इसके बाद संक्रमण के डर से नाजियों ने इस वार्ड में प्रवेश करने की हिम्मत नहीं की और इस तरह कईं यहुदिओं की जान बचा ली गयी। लेकिन आगे चलकर जब वैज्ञानिकों ने रिसर्च की तो उन्हें पता चला की सिंड्रोम क नाम की कोई बीमारी कभी फैली ही नहीं थी!
तो क्या यह कहना गलत होगा की सिंड्रोम क एक ऐसी महामारी थी जिसने लोगों की जान लेने के बजाए उनकी जान बचाई थी।