
क्या आप जानते हैं कि 2004 में एक नेता द्वारा लोकसभा चुनाव कैसे जीता गया था?
दोस्तों ये तो आप जानते ही होंगे की 2004 के लोकसभा चुनाव में फिल्म अभिनेता गोविंदा ने मुंबई से यूपी के वर्तमान राज्यपाल राम नाईक को हराकर सांसद बने थे लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं की उन्होंने ये चुनाव कैसे जीता था अगर नहीं तो चलिए मैं आपको बताता हूँ। दरअसल नाइक ने 2016 में एक किताब लिखा था जिसका नाम है ‘चरैवेती चरैवेती। जिसमें उन्होंने दावा किया कि बात है सन 2004 लोकसभा चुनाव में उत्तर मुंबई से कांग्रेस ने गोविंदा को टिकट दिया। और मुझे भाजपा की तरफ से मैं वहां से लगातार 3 बार चुनाव जीत चुका था। परंतु 2004 में मैं हार गया और गोविंदा जीते। अपनी हार का आकलन करने जब मैं निकला तो मेरे सामने जो कारण आए वो एकदम सा झटका देने वाले थे।मुझे पता चला की माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम और उत्तर मुंबई के तभी के नामी बिल्डर और गुंडे हितेंद्र ठाकुर की मदद से गोविंदा ने डर,पैसा ऐसा हर तरह का बल इस्तेमाल किया गया ।
इतना ही नहीं मुझे मालूम चला की कराची से उत्तर मुंबई के टीवी केबल नेटवर्क के मालिकों को धमकी के फोन आते थे, परंतु पैसों के लिए नहीं,बल्कि अपने केबल चैनल पर गोविंदा को सकारात्मक रूप में दिखनेवाले सिनेमा दिखाने के लिए।इन्हीं सब कारणों के वजह से गोविंदा जैसा नया चेहरा 11000 वोटों से मुझ जैसे अनुभवी व्यक्ति के सामने जीत गया। हालाँकि बाद में गोविंदा ने एक ऑडियो जारी कर इस आरोप को ख़ारिज कर दिया था। गोविंदा ने यह भी कहा की राम नाइक उन्हें बेवजह बदनाम कर रहे हैं।राम नाईक ने अपनी जीवनगाथा बताने वाली किताब में भी यह बात लिखी है।गोविंदा सांसद बने,परंतु वो 5 साल के कार्यकाल में मुश्किल से ही एक दो बार लोकसभा गए होंगे।इसी तरह दाऊद का कोंग्रेस के प्रति प्यार, बॉलीवुड के साथ उनके संबंध का एक और नमूना इस किस्से से नजर आता है।