
क्या आप जानते हैं रडार कैसे काम करता है?
दोस्तों, क्या आप जानते हैं राडार कैसे काम करता है?? रडार (राडार) कहने के लिए तो एक शब्द है। मगर यह एक सिस्टम है जिसमे ऐन्टेना डिप्लेक्सेर , ट्रांसमीटर फेज-लॉक लूप (पल) रिसीवर और प्रोसेसिंग यूनिट्स लगी होती है। इसके ट्रांसमीटर से लगातार रेडियो वेव्स निकलती रहती हैं जो छोटे-छोटे कंपन यानी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के रूप में होती है। इसलिए इन वेव्स की स्पीड लाइट की स्पीड से ज्यादा तो नहीं पर लाइट के ही बराबर होती है।
जब ये वेव्स किसी फिजिकल ऑब्जेक्ट्स से टकराकर वापस आती हैं तो रडार का रिसीवर इन सिग्नल्स को कैच करता है और उन वेव्स के आने और जाने में लगे टाइम की मदद से ऑब्जेक्ट से डिस्टेंस को कैलकुलेट करता है। फिर received डाटा को वो एक तस्वीर की शक्ल मे कंप्यूटर पर दिखाता है। रडार से लगातार निकलने वाली रेडियो वेव से उस ऑब्जेक्ट की स्पीड ज़मीन से ऊंचाई और दूरी का पता लगाया जा सकता है|