
क्यों RIP कहना भारतीय मान्यताओं के हिसाब से गलत है?
दोस्तों आपने भी देखा होगा की जब कोई मरता है तो तमाम सोशल मीडिया पर उसके लिए RIP लिख कर लोग पोस्ट करते है। लेकिन दोस्तों क्या आप इस RIP का मतलब जानते हैं और साथ ही यह की आखिर क्यों हमारी मान्यताओं के हिसाब से यह सही नहीं। तो दोस्तों आपको बतादू की RIP का ओरिजिन लैटिन भाषा के फ्रेज रेक्विस्कात इन पैसे से हुआ है जो टाइम के साथ रेस्ट इन पीस बन गया है!
ये रेक्वेस्चत इन परमानेंस कैथोलिक प्रार्थनाओं में इस्तेमाल होता था जिसका मतलब यह होता है की मरने वाले की आत्मा शांति से अपने अंतिम फैसले का इंतजार करे। लेकिन दोस्तों हमारी सभ्यता कईं जन्मों वाले जन्म मरण के साइकिल पर विश्वास करती है और हम नहीं मानते की मौत किसी भी तरह का अंत है। इसीलिए हमारा किसी के लिए RIP कहना सैद्वांतिक तौर पर गलत है। यह सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है।