
चिनाई करने से पहले ईंटो को गीला क्यों किया जाता है?
दोस्तों सूखी हुई चीजें आसानी से चिपक जाती है जबकि पानी में भीगी हुई चीजों को चिपकाना मुश्किल होता है। अगर आपने कभी घर की कंस्ट्रक्शन होते हुए देखा होगी तो आप जानते होंगे की ईंटों की चिनाई करने से पहले उन्हें पानी में तर किया जाता हैं।
क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों करते हैं? नहीं जानते न मैं बताता हूँ दोस्तों सीमेंट बनाने के लिए चूना पत्थर (लाइम स्टोन) को पीसकर 1600 डिग्री सेल्सियस पर रोटरी भट्टी में पकाया जाता है जिसके बाद उसके अंदर की सारी नमी खत्म हो जाती है। इसके बाद बचे हुए चूर्ण को ठंडा करके उसमें जिप्सम फ्लाई ऐश और दूसरे एडमिक्सचर मिलाकर सीमेंट तैयार होता है अब यह सीमेंट पुनः अपने उसी खोए हुए कुछ पानी के लिए प्यासा रहता है। जब सीमेंट और पानी को मिलाया जाता है तब एक रिएक्शन होती है जिसमे हीट प्रोडूस होती है और सीमेंट फिट चट्टान में बदल जाता है।
अब हम यह जानते हैं की सीमेंट को पथ्थर बनने के लिए नमी चाहिए और हम यह भी जानते हैं की ईंटें पोरस होने के कारण अपने अंदर नमी समाये रख सकती हैं। सीमेंट की इसी हाइड्रेशन प्रक्रिया के बेहतर तरीके से काम करने के लिए ईंटों टर्र करके चिनाई करि जाती है। इस से दिवार में चीनी हुई ईंट भी सीमेंट के साथ जुड़ के पथ्थर सी मजबूत हो जाती है। इसके अलावा चिनाई पूरा होने के 8–10 घंटे बाद दीवार की तराई भी करनी होती है हवाएं आपके सीमेंट मसाले के पानी को सूखा देती हैं जिस से हाइड्रेशन की प्रक्रिया में बाधा पढ़ सकती हैं।