
जब आर्किटेक्ट से हो गई थी building बनाते वक़्त इतनी बड़ी गलती!!
दोस्तोँ वैसे तो दुनिया के कईं जीनियस आर्कीटेक्ट और engineers ने मिलकर नायब से नायाब बिल्डिंग्स बनाई हैं लेकिन फिर भी कभी कभार उनसे भी गलती हो जाती है। हैं तो वो भी इंसान ही बस फर्क यह है की उनकी गलती बहुत मेहेंगी पड़ती है। इस फैक्ट में मैं आपको न्यूयॉर्क में मौजूद इस 59 माले की city corp के बारे में बताऊंगा जिसमे ऐसा कंस्ट्रक्शन flaw था की तेज़ हवा इस पूरी की पूरी बिल्डिंग को ही उलट सकती थी। क्या था पूरा वाक्या आईये जानते हैं।
तो हुआ क्या की 1977 में जब इस बिल्डिंग का निर्माण हो रहा था इसके आर्कीटेक्ट्स के सामने एक चुनौती थी वो थी इस साइट के एक कार्नर पर मौजूद st.पीटर लूटेराण’स चर्च। चर्च ने citycorp को चर्च के इर्द गिर्द और ऊपर हवा में बिल्डिंग बनाने की मंज़ूरी तो दे दी लेकिन उसकी बाउंड्री को टच न करने की हिदायदत भी दी। इसी चुनौती ने जन्म दिया सिटीकप सेण्टर के इस अनकंवेंशनल डिज़ाइन को जिसके स्ट्रक्चर को इसके आर्किटेक्ट ले मेसुरिएर ने 9 मंज़िला स्टिल्ट्स की मदद से सपोर्ट दिया जिस से चर्च भी बच गयी और स्काई स्क्रेपर भी बन गया।
फिर एक दिन एक सिविल इंजीनियरिंग स्टूडेंट डीएनए हार्टले ने इसके चीफ आर्किटेक्ट ले मेसुरिएर को फ़ोन किया और बताया की उनके इस स्ट्रक्चर के डिज़ाइन में एक बड़ी खामी है और उसके कॉर्नर्स हैवी विंड लोड को सहने में सक्षम नहीं हैं। पहले तो ले मेसुरिएर नहीं माने लेकिन फिर मैथ्स करने पर उन्हें अपनी भूल का एहसास हुआ। वो स्टूडेंट सही था। लेकिन शहर में पैनिक न फैले इसलिए इस बात को पब्लिक नहीं किया गया। इस बिल्डिंग की ज़रूरी रिपेयर्स भी रात को ही की गयी। और फिर वर्कर्स की तीन महीने की जीतोड़ मेहनत न्यूयॉर्क पुलिस की मदद और रेड क्रॉस के 2500 से भी ज्यादा वालंटियर्स की सपोर्ट से इस मुश्किल काम को अंजाम दे दिया गया।
यह बिल्डिंग न्यूयॉर्क में आज भी खड़ी है बदौलत उस स्मार्ट स्टूडेंट की जिसने इस इमारत के साथ साथ कईं ज़िंदगियां और engineers की साख को भी बचा लिया ।