
जापान में है कैमरा के शटर साउंड को लेकर अलग rule!
दोस्तोँ कैमरा की क्लिक साउंड वैसे तो satisfying होती है लेकिन बार बार पिक्चर क्लिक करने पर वह भी हमे परेशान करने लग जाती है। इसीलिए आमतौर पर हम लोग अपने मोबाइल की कैमरा सेटिंग्स में जाके इस शटर साउंड को ऑफ कर देते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की जापान में रहने वाले लोगों के पास यह आज़ादी नहीं है। जानते हैं क्यों?
दरअसल इसकी शुरुआत हुई थी क्योकेरा vp 210 नाम के एक मोबाइल फ़ोन से जो 1999 में जापान में रिलीज़ किया गया था। इस फ़ोन में एक डेन्ट क्वालिटी का कैमरा था जिसने जापान के लोगों को इस दुनिया के उन पहले लोगों में शुमार कर दिया जिनकी जेब में एक कैमरा मोबाइल आ गया था। लेकिन जैसे हम इंसानो की फितरत की है किसी भी ने टेक्नोलॉजी के सही उसे के साथ साथ उसका मिसयूज भी हम जल्दी ही सिख जाते हैं। जापान में भी यही हुआ मेट्रो जैसे भीड़भाड़ वाली जगहों पर लड़किओं की चिपके तस्वीरें खींचने लगी और इंटरनेट ने इसे और भी भयावह बना दिए।
तब जापान की मोबाइल कंपनी डोकोमो ने यह फैसला लिया की मोबाइल मनुफक्चरर्स को कैमरा से जुडी किसी भी एक्टिविटी के साथ एक साउंड जोड़नी ही होगी और उसे साइलेंट करने का ऑप्शन भी नहीं होना चाहिए। इसे जापान की संस्कृति को बचाने की एक मुहीम की तरह देखा गया और सभी मनुफक्चरर्स ने इसका पालन भी किया और तब से दोस्तों जापान में बिकने वाले हर फ़ोन में कैमरा साउंड आती ही आती है।एप्पल भी जापान के लिए ऐसे आईफोन बनाता है जिनमे कैमरा शटर साउंड म्यूट नहीं कर सकते।
तो क्या समझे ।