Home सामान्य ज्ञान ज्यादातर पब्लिक टॉयलेट्स के दरवाज़े नीचे से खुले क्यों होते हैं ?

ज्यादातर पब्लिक टॉयलेट्स के दरवाज़े नीचे से खुले क्यों होते हैं ?

दोस्तोँ, आपने भी कभी न कभी मेट्रो stations, malls या फिर किसी थिएटर में जब पब्लिक टॉयलेट्स का इस्तेमाल किया होगा तो यह नोटिस किया होगा की इन टॉयलेट्स के दरवाज़े निचे ज़मीन तक नहीं होते बल्कि वह नीचे से खुले होते हैं। लेकिन क्या आपके मन में कभी यह सवाल भी उठा है की आखिर इन पब्लिक टॉयलेट्स के दरवाज़ों में यह गैप क्यों रखा जाता है?अगर हाँ दोस्तों तो बतादूँ की यह गैप सबसे पहले तो टॉयलेट्स की सफाई को आसान बनाते हैं।

चूँकि पब्लिक टॉयलेट्स दिन भर बिजी रहते हैं इसीलिए ज़रूरी है की इनकी सफाई में ज्यादा टाइम न लगे। दरवाज़ों और टॉयलेट्स की दीवारों के निचे इन गैप्स के चलते एक ही तरफ से पानी या फिर किसी दूसरे क्लीनिंग एजेंट की मदद से पूरे टॉयलेट एरिया को क्लीन करना बेहद आसान हो जाता है।साथ ही पूरी तरह से बंद टॉयलेट की प्राइवेसी में कोई शक़्स गलत काम जैसे स्मोकिंग ड्रिंकिंग या फिर कोई सेक्सुअल एक्टिविटी न करे इस लिए भी दरवाज़ों के नीचे इन गैप्स को रखा जाता है।

इनके अलावा किसी इमरजेंसी सिचुएशन में अगर कोई इंसान या बच्चा अंदर टॉयलेट में फस जाए या बेहोश हो जाए तो भी यह गैप्स उनकी मदद करने के लिए एक कारगर जरिया साबित हो सकते हैं। तो कुछ समझे की ऐसा क्यों है?

 

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