
फांसी हमेशा सूर्योदय से पहले ही क्यों दी जाती है?
दोस्तों हमने फिल्मों में अक्सर देखा है की जब किसी अपराधी को फांसी पर लटकाया जाता है उस वक़्त चंद लोग ही वहां मौजूद होते हैं। एक जुडिशल एक्सेकशनेर, मजिस्ट्रेट ,डॉक्टर और कुछ पोलिसवाले लेकिन दोस्तों यह फैक्ट नहीं है। फैक्ट तो यह है की फांसी हमेशा सनराइज याने की सूर्योदय से पहले ही दी जाती लेकिन ऐसा क्यों करते हैं अभी जानेंगे।इंडियन जेल मैन्युअल में किसी एक्सेक्यूटिव को दिन निकलने से पहले ही लागू करने का प्रावधान है और इसके पीछे समाजिक और प्रशासनिक कारण दोनों हैं ।
सामाजिक यह की सुबह सुबह जब किसी अपराधी को फांसी दी जाती है तब आम लोग सोये होते हैं और मीडिया इनएक्टिव रहती है इस तरह किसी तरह की अराजकता फैलने की सम्भावना कम हो जाती है। जबकि प्रशासनिक कारण यह हैं की एक लम्बी कागज़ी लेकिन महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है जो आम तौर पर सुबह तक पूरी कर ली जाती है ताकि उस दिन का दैनिक काम प्रभावित ना होने पाएँ। तो सीखा न कुछ नया? पोस्ट को एक लाइक और हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब किये बिना मत जाना।