
मधु मक्खियाँ नही होती तो हम नही होते!!
दोस्तो, क्या आप जानते हैं की बीस याने की मधु मक्खियाँ हमारे एक सिस्टम के लिए कितनी crucial हैं। अगर नहीं तो बतादूँ दोस्तों की बीस कुदरती तौर पर प्लांट्स में पोलिनाशन करके उनमे फ्लॉवरिंग और फिर फ्रूट प्रोडूस करने में मदद करती हैं। नेचुरल पोलिनेशन के बिना ऐसी बहुत सी फसलें हैं जिन्हे मास्स स्केल पर उगना इंसानों के लिए या तो एक मुसीबत बन जाएगा या तो फिर इन फसलों को उगाना इम्पॉसिबल हो जाएगा।
मेलॉन्स बेरीज और सेब जैसे फ्रूट्स की पैदावार इन बीस के बिना मुमकिन ही नहीं है। कईं पेड़ पौधें मर जाएंगे और जिन फसलों को आर्टिफीसियल पोलिनाशन की मदद से तैयार भी किया जाएगा उनके बीज की क्वालिटी भी उतनी अच्छी नहीं होगी।
ऐसे में जहाँ लेबर सस्ती है वहाँ तो इंसान खुद इन प्लांट्स को पोलिनेट कर लेगा लेकिन पश्चिमी देशों में यहाँ लेबर मेहेंगी है वहां यह टेक्निक्स काम नहीं करेगी। ऐसे में फ़ूड आइटम्स की कीमतों का आसमान छूना तय है और ज़ाहिर है ऐसे में गरीब वर्ग के सामने भुकमरी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इंसानियत खत्म हो जायेगी ऐसा भी नहीं है लेकिन अकाल और भुखमरी से सैकड़ों लोग मरेंगे यह पक्का है।