
मिलये इन महान 100 साल की कोरोना पेशेंट से।
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाई हुई है। इस वायरस की वजह से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है।एह कोरोना एक सांस की बीमारी है और इसके गंभीर मरीजों को जब सांस लेने में दिक्कत होती है तो उनके फेफड़ों में वेंटिलेटर के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जाती है। वेंटिलतोर का अवेलेबल होना या न होना एक कोरोना के पेशेंट के लिए ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है।
दोस्तों इटली और अमेरिका जैसे विकसित देशों में भी वेंटिलेटर की कमी महसूस हो रही है। कम वेंटिलेटरस और भारी संख्या में कोरोना के मरीजों की वजह से डॉक्टरों के लिए यह तय करना मुश्किल हो रहा है कि किस मरीज को वेंटिलेटर पर रखें और किस को नहीं।इस बीच 100 साल की एक बुजुर्ग महिला की मौत हुईँ।
दरअसल 100 साल की इस बेल्जियन महिला को कोरोना की वजह से हालत बिगड़ने पर 20 मार्च को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।लेकिन उन्होंने वेंटिलेटर पर रखे जाने से इनकार कर दिया और डॉक्टरों को कहा कि मैंने अपनी ज़िंदगी जी ली है और फिर वेंटिलेटर को किसी नौजवान के इस्तेमाल के लिए छोड़ दिया। तो दोस्तों इस महिला की इंसानियत की भावना के बारें में आपका क्या सोचना है नीचे कमेंट करके बताएं!