
मिलिए ईस्ट इंडिया कंपनी के भारतीय मालिक से।
दोस्तों क्या आप जानते हैं की 250 सालों तक हम पर शासन करने वाली ईस्ट इण्डिया कंपनी का मालिक अब एक इंडियन है और उनका नाम है संजीव मेहता!इस कमाल की सच्ची कहानी को गौर से सुने।
जब भारत पर ब्रिटिश शासन था उस समय ऐसा माना जाता था की ब्रिटिश एम्पायर में सूरज कभी अस्त नहीं होता वही आज लगभग 100 सालों के बाद ब्रिटिश शासन का सूरज डूब चूका है!दोस्तों ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत 1600 में इंडियन ओसियन में ट्रेड के मकसद से हुई थी। इस कंपनी ने 17वीं व 18वीं शताब्दी में भारत और चीन के साथ खूब व्यापर किया। फिर 1757 में यह कंपनी भारत पहुंची और धीरे-धीरे ‘फूट डालो और राज करो’ की पालिसी के डैम इसने अलग अलग रियासतों को अपना घुलम बनाना दिया।
1857 की क्रांति के बाद एक को नेशनालाइज कर दिया गया इंडिया का कण्ट्रोल क्राउन के पास चला गया और कंपनी के पास चाय के कुछ व्यापर के अलावा ज्यादा कुछ ना बचा था। फिर 2010 में कुछ ब्रिटिश इन्वेस्टर्स से मुंबई के संजीव मेहता ने ईस्ट इंडिया कंपनी के राइट्स 15 मिलियन डॉलर की कीमत देकर खरीद लिए और इस तरह भारत पर राज़ करने वाली कंपनी को एक भारतीय ने खरीद लिया। अब यह कंपनी ब्रिटिश नहीं बल्कि एक भारतीय के मालिकाना हक वाली कंपनी है। और अब संजीव ईस्टं इंडिया कंपनी को नए बिजनेस में लाने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी योजना ई-कॉमर्स बिजनेस के जरिए मेहेंगे और लग्जनरी गिफ्ट्स बेचने की है।