
यह थी दुनिया की एक अनोखी बैंक रॉबरी!!
दोस्तों आपने कईं बैंक डाकेशन की कहानिआँ सुनी होंगी या मूवीज में देखीं होंगी। लेकिन क्या आप दुनिया की एक ऐसी अनोखी बैंक रॉबरी के बारें में जानते हैं जिसमे उस देश के राष्ट्रपति का ही बेटा शामिल हो? जी हां यह वाक्य हैरान तो करता है लेकिन बिल्कुल सच है। 17 साल पहले की यह घटना इराक की है जहां के सेंट्रल बैंक से डकैती में कुल एक बिलियन डॉलर यानी आज के हिसाब से करीब 7500 करोड़ रुपये की लूट हुई थी। बात मार्च 2003 की है जब इराक का राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन था !
कहते हैं कि अमेरिका ने इराक पर हमले की पूरी तैयारी कर ली थी जिसकी भनक सद्दाम को लग गयी। हमले से कुछ घंटे पहले सद्दाम हुसैन के बेटे कुसय बगदाद स्थित इराकी सेंट्रल बैंक पहुंचे और बैंक प्रमुख को एक पर्ची थमाई जिसपर लिखा था कि सुरक्षा कारणों से बैंक के सभी पैसों को राष्ट्रपति ने दूसरी सुरक्षित जगह ले जाने का आदेश दिया है।
अब चूंकि उस समय इराक में तानाशाह सद्दाम हुसैन का खौफ था , इसलिए बैंक मैनेजर कुछ नहीं बोलै और पैसों को ले जाने की इजाजत दे दी। इसके अलावा उस बेचारे के पास रास्ता भी क्या था।
कहते हैं कि लूट की रकम को ट्रकों में भरने में करीब पांच घंटे लग गए थे। फिर जब जगह नहीं बची तो कुछ पैसे छोड़ भी दिए गए। इस बैंक डकैती की बात दुनिया को तब पता चली जब अमेरिकी सेना ने इराक पर बमबारी की और फिर इराकी सेंट्रल बैंक पर कब्जा जमा लिया! इसके बाद काफी छानबीन हुई।
सद्दाम हुसैन के महल में भी जांच की गई जहां से बड़ी मात्रा में नोट मिले। लेकिन वो नोट लूट की रकम का हिस्सा नहीं थे। पहले सद्दाम और फिर क़ुसय हुसैन की मौत के बाद लूट का यह पैसा अब शायद कभी मिल भी न पाए। दोस्तों यह बैंक डकैती इतिहास की बाकी बैंक डकैतियों में सबसे अनोखी इसलिए भी है क्योंकि इस लूट में एक भी गोली नहीं चली और न ही किसी तरह की जोर जबरदस्ती हुई।