
हिन्दू धर्म मे दैत्य ,राक्षस,असुर और दानव का क्या मतलब होता है?
हिन्दू धर्म मे दैत्य ,राक्षस,असुर और दानव का क्या मतलब होता है?? और ऐसी क्या बात है पाकिस्तानी सैनिक के कब्र मे की इंडियन आर्मी करती हैं इसकी देखभाल, साथ ही अंत मे जानिए की क्यों नॉर्थ कोरिया ने बैन है साइकिल।
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हिन्दू ग्रंथो में असुर,दानव, दैत्य,और राक्षस जैसे कुछ नाम सुनने में आते है, जिसका मतलब हमें नहीं पता होता, और हम सबको एक ही समझ लेते हैं,लेकिन आज के इस फैक्ट मे आप जानेंगे इन चारों मे डिफ़रेन्स होता हैं. दैत्य, इनकी उत्पत्ति महऋषि कश्यप और उनकी पत्नी दिति से हुई थी,पुराने ग्रंथो की माने तो दिति के 2 बेटे हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष थे,और इन्ही से दैत्य जाति की शुरुआत मानी जाती है, इन दोनों का वध भगवान विष्णु के अवतार ने ही किया था, कहा जाता है कि हिरणकश्यप के ही वंश का राजा बलि,आज भी पाताल लोक में राज करता है, और कलयुग के अंत के बाद वो इंद्र बनेगा, दानव,, इनकी उतपति महऋषि कश्यप और दक्ष की पुत्री दनु से हुई थी, दनु के पुत्र ही दानव कहे जाते थे,ये आकार में बड़े विशाल होते थे, और हमेशा लड़ाई झगड़े के लिए जाने जाते थे,मंदोदरी,रावण जिसका पति था, वो भी एक दानव की ही पुत्री थी, राक्षस, ये दैत्यों और दानवों से बिल्कुल ही अलग थे,रामायण के अनुसार जल की रक्षा के लिए, ब्रह्मा जी से कुछ जीवों की रचना की थी, उन्ही में राक्षस और यक्ष थे ,, राक्षसों में सबसे पहले हेति और प्ररहेति दो भाई को बनाया गया,राक्षसों में सबसे फेमस रावण को सब जानते है,साथ ही महाभारत काल मे भी घटोत्कच राक्षस ही था, असुर,,,दानवों, राक्षसों की तरह असुर किसी खास जाती का नाम नहीं था, असल मे असुर वो सभी होते थे,जो सुर यानी देवता नहीं होते थे। शुरुआत में दानव,राक्षस, असुर सब सिर्फ एक जातिवाचक होते थे,, ,लेकिन बाद में देवताओं से लड़ाई के चलते इन्हें दुष्ट मान लिया गया।
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इंडियन आर्मी के बहादुरी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन आज हम आपको इंडियन आर्मी के नर्म दिली का वो किस्सा बताने जा रहे है, जिसके बाद पाकिस्तान के नागरिक भी इंडियन आर्मी की इज्ज्ज्त करने लगेंगे, वो घटना थी,1972 की , जब इंडियन आर्मी ने जम्मू कश्मीर में एक ऑपरेशन चलाया, ऑपरेशन में इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान मेजर मोहम्मद सबीर खान को ढ़ेर कर दिया,लेकिन इंडिया पाकिस्तान में लड़ाई के चलते पाकिस्तान सैनिक सबीर खान की लाश को लेने नहीं आ सके, , जिसके बाद इंडियन आर्मी ने ये घोषणा की कि दोनो देशों के जितने भी आर्मी शहीद हुए है,उनका इज्जत के साथ, अंतिम संस्कार किया जाएगा, फिर मेजर मोहम्मद सबीर खान को कुपवाड़ा में दफन किया गया,इंडियन आर्मी आज भी उनके कब्र की मरम्मत ज़रूर करवाती है, इंडियन आर्मी के लिए हमारे पाकिस्तान साथी भी जय हिंद ज़रूर लिखियेगा।
पनडुब्बी यानी सबमरीन कहने को तो पूरा पानी मे ही डूबा रहता है,लेकिन इसके अंदर बैठे इंडियन आर्मी पानी पीने के लिए तरस जाते है, खाना भी लिमिटेड मिलता है,नीदं भी सिर्फ कुछ घंटों की, फिर भी हमारे सैनिक पनडुब्बी मे कैसे रहते है, जानने के लिए वीडियो में लगातार बने रहिए, पनडुब्बी में जिंदगी बहुत ही मुश्किल होती है क्योंकि, पनडुब्बी में इतनी सारी मशीनें होती है कि सैनिकों के लिए बहुत ही कम जगह बचती है, और तो और सूरज कि रौशनी देखें तो कई कई महीनें बीत जाते है, एक बार पानी के अंदर जाते ही पूरी दुनिया से उनका कनेक्शन काट दिया जाता है,पनडुब्बी में सैनिकों को बिना नहाए 15 से 20 दिन बिताने पड़ सकते है, लेकिन उन्हें एक ऐसी यूनिफॉर्म दी जाती है जो,उन्हें बेक्टीरिया से बचाए रखती है, पनडुब्बी में खाने पीने की बात करें, तो सैनिकों को बिना तड़का मारा हुआ लिमिटेड खाना और पानी दिया जाता है, तड़का इसलिए नहीं लगाया जाता कि पनडुब्बी से धुँए को बाहर निकालना, बड़ा ही मुश्किल काम होता है। कम जगह होने की वजह से सैनिक बारी बारी से और सिर्फ 12 मिनट में खाना खाते है,इतना ही नहीं पनडुब्बी में सैनिकों को सोने के लिए सिर्फ 3 से 4 घंटे का ही टाइम मिलता है।
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हिप्पो को आपने ज्यादातर पानी मे ही देखा होगा,लेकिन मज़े की बात ये है कि हिप्पो को तैरना ही नहीं आता, और उससे भी मज़े की बात की ये है कि तैरना नहीं जानने पे भी, हिप्पो अपने बच्चे को पानी में ही जन्म देती है, लेकिन क्यों, असल मे हिप्पो पूरे दिन में लगभग 16 घंटे पानी मे रहते है,और हर थोड़ी देर बाद बाहर आकर साँस लेते रहते है, और जब उनका बच्चा पानी मे जन्म लेता हैं तो उसके बाद हिप्पो के बच्चे के पास सिर्फ 40 सेकेंड होते है बाहर आकर साँस लेने के लिए, वरना वो मर भी सकता है, इसके बाबजूद हिप्पो अपने बच्चें को पानी मे जन्म इसलिए देती है क्योंकि पानी मे हिप्पो बहुत ही ताकतवर होती है, और किसी भी जानवर से लड़ भिड़कर अपने बच्चे को बचा सकते है।
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ऑस्कर नाम सुनते ही हमारे मन में चमक धमक आ जाती है,और इस बार का ऑस्कर बहुत ही हिस्टोरीकल रहा हाँ हाँ उसमे विल स्मिथ ने एकंर को थप्पड़ जरा वो भी हिस्टोरीकल था,इसके अलावा ऑस्कर 2022 मे वो हुआ जो, जो बहुत ही कम लोगों को पता हैं, असल मे इस साल के ऑस्कर में ये पहली बार हुआ है जब,तीन महिलाओं ने ऑस्कर की मेजबानी की है, इन औरतों में रेजिना हॉल, एमी शूमर,और वांडा साइक्स शामिल थी,, इससे पहले 1987 में तीन प्रेज़ेंटेर ने ऑस्कर की मेजबानी की थी, जिसने चेवी चेस,गोल्डी हान, और पॉल होगन शामिल थे, साथ ही आपको बता दें पिछ्ले3 साल में ऑस्कर का कोई ऑफिसियल होस्ट नहीं था।
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आखिर क्यों रात में आइफ़िल टॉवर की फ़ोटो खीचने से आपको जेल हो सकती है? और क्या सचमुच इसकी वजह एलियन है, असल मे एलियन वाली बात अफ़वाह है,जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा था, असल मे पेरिस की सरकार आइफिक टॉवर को किसी और की सम्पत्ति मानता है, और कोई भी आदमी दूसरे की संपत्ति की वीडियो या फ़ोटो बिना उसके परमिशन की नहीं ले सकता, असल मे आइफ़िल टावर के मालिक गस्टेव आइफ़िल 200 साल पहले ही मर चुके है, तो अब आम जनता परमिशन के किससे, इसके लिए पेरिस सरकार ने अब अलग से एक डिपार्टमेंट बना बना रखी है, जो आइफ़िल टॉवर की फ़ोटो या वीडियो लेने की परमिशन देता है।
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नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की तो बहुत सारी बातें आप लोग जानते होंगे, लेकिन साऊथ कोरिया की ऐसी ऐसी बातें आप इस फैस्ट में जानेंगे,जिससे आपके होश उड़ जाएंगे,असल मे साउथ कोरिया को सबसे एडवांस कंट्री भी कहा जाता है, क्योंकि आपको यहाँ मिलेंगे, ऐसे सूटकेस जो खुद आपके पीछे पीछे चलते है, यानी बोझ उठाने का झंझट ही खत्म, यहाँ आपको मिल जाएंगे ऐसे ग्लास जो ऊपर के बजाय नीचे से भरता है, चलते रोड पर कोई सड़क पार न करें इसके लिए सड़क स्मोक वॉर्निंग दी जाती है, और प्रेग्नेंट वीमेन को ऐसे बैच मिलते है जो,उनके लिए रिज़र्व सीट के पास जाते ही बज उठता है, और अगर किसी को गेम खेलने का शोख है तो उसके लिए साऊथ कोरिया किसी स्वर्ग से कम नहीं, क्योंकि वहाँ हर कोने में गेम पार्लर मिल जाएगा और वहाँ के बड़े बड़े गेमर किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है।
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नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन अपने देश मे ऐसे ऐसे कारमाने करवाता है, जिसे सुनकर सब हैरान रह जाते है।असल मे नॉर्थ कोरिया में 1990 में साईकल चलाने पर बैन लगा दिया गया था,लेकिन 1992 में साईकल चलाना की छूट भी दे दी गई थी,लेकिन उस टाइम भी लेडिस को साईकल चलाने की परमिशन नहीं थी, लेकिन आज कल सबको साईकल चलाने की परमिशन है,क्योंकि, नॉर्थ कोरिया में गए टूरिस्टों को साईकल से व्लोग बनाते देखा गया है।
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दुनिया से इंसानियत बिल्कुल खत्म होते जा रही है, क्योंकि वीडियो में दिख रहे इस विकलांग शख्स का नाम गजेंद्र है,जिसे उसके ही रिश्तेदार मोटे डंडे से मार रहे है, और रिश्तेदार का नाम जुगेंद्र है, इतना ही नहीं कुछ देर बाद जुगेंद्र की पत्नि भी विकलांग गजेंद्र की पीटने के लिए आ गई, असल मे मामला ये था, कि आरोपी जुगेंद्र ने दिव्यांग को अपना स्कूल चलाने के लिए दिया था, लेकिन लॉकडाउन के कारण पिछले दो साल से स्कूल बंद चल रहा था. इसे देखते हुए जुगेंद्र ने स्कूल को किसी और को किराए पर दे दिया. इसी बात को लेकर जुगेंद्र और गजेंद्र के बीच मारपीट हो गई, और मामला इतना बढ़ गया कि पति पत्नी ने मिलकर विकलांग की गाड़ी तक को तोड़ दिया।