
दिल्ली के कनॉट प्लेस में बना स्मॉग टॉवर: जानिए आपके पते की बात
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा कनॉट प्लेस में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर प्रदूषण से लड़ने वाली इमारत का उद्घाटन करने के बाद दिल्ली को सोमवार को एक और स्मॉग टॉवर मिल गया। किसानों द्वारा फसल के कचरे को जलाने के कारण होते प्रदूषण को रोकने के लिए इसका उद्घाटन किया गया है।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर काबू करने के लिए ज्यादा से ज्यादा स्मॉग टावर लगाने की योजना बनाई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस पर शोध के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाएगी जो दो साल तक कार्यरत रहेगी।
Also read | महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं डेल्टा प्लस वैरिएंट के केसेस : जानिये संक्रमण की संख्या
क्या होते हैं स्मॉग टॉवर?
स्मॉग टावर बड़े स्तर पर एयर प्यूरीफायर के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। प्रदूषित हवा का स्मॉग टॉवर में प्रवेश करने के बाद, इसे वातावरण में फिर से छोड़ने से पहले कई लेयर्स द्वारा शुद्ध किया जाता है। केजरीवाल द्वारा उद्घाटन किया गया टावर 20 मीटर लंबा है, जिसे लगभग एक किलोमीटर के दायरे में हवा की क्वालिटी में सुधार के लिए स्थापित किया गया है। टावर का निर्माण कुल 20 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
ऐसा ही एक और टावर आनंद विहार में बनाया गया है, जो राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के प्रमुख सेंटर्स में से एक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, 25 मीटर ऊंचे टावर की अगस्त के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। दोनों टावरों का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने आईआईटी बॉम्बे की टेक्निकल सहायता और आईआईटी दिल्ली के सहयोग से किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 में केंद्र और दिल्ली सरकार से वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एनसीआर में स्मॉग टावर लगाने के लिए एक रोड मैप तैयार करने को कहा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली लगातार तीसरे वर्ष 2020 में दुनिया का सबसे प्रदूषित राजधानी शहर था, इसका प्रदूषण हमारे लिए बहुत हानिकारक है।